दीक्षा
चुप रहना बेहद खतरनाक है। दीक्षा एक ऐसा मंच है जहाँ चुप्पी टूटती है।
10 फ़र॰ 2011
क्या जवाब दूं मैं !
एक आदमी ने पूछा आज हमसे तुम्हारा ब्लॉग खामोश क्यूँ है. आप बताओ क्या जवाब दूं मैं !
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