दीक्षा
चुप रहना बेहद खतरनाक है। दीक्षा एक ऐसा मंच है जहाँ चुप्पी टूटती है।
13 फ़र॰ 2008
माचिस की तिली
इस सदी का इंकलाब हूँ आजमा कर
देखिये।
आप पलकों पर जरा हमको सजा कर
देखिये।
कांप जाएगा अँधेरा एक हरकत पर अभी।
आप माचिस की कोई तिली जलाकर देखिये।
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