गोरखपुर : महानगर एवं इस अंचल की साहित्यिक गतिविधियों को आवाज देने के उद्देश्य से दैनिक जागरण 23 सितम्बर से साहित्य से संवाद श्रृंखला की शुरुआत करने जा रहा है। इसके तहत गोरखपुर की धरती पर जन्मे, पले-बढ़े और इसे ही अपनी कर्मभूमि बनाकर साहित्य साधना में लीन व्यास और भारत भारती सम्मान से सम्मानित हिन्दी के सुप्रसिद्ध आलोचक एवं कवि प्रो. परमानन्द श्रीवास्तव पर विशेष आयोजन किया जा रहा है। 23 सितम्बर को अपराह्न दो बजे से होटल शिवाय के सभागार में प्रो. परमानन्द श्रीवास्तव की साहित्यिक उपलब्धियों और हिन्दी साहित्य में उनके योगदान पर देश के जाने माने साहित्यकार, आलोचक और पत्रकार चर्चा करेंगे। चर्चा शुरू होने से पूर्व प्रो. परमानन्द श्रीवास्तव अपनी पांच चुनिन्दा कविताओं का पाठ करेंगे। फिर कविता, आलोचना, कहानी और निबन्ध आदि में उनके योगदान पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। चर्चा के उपरान्त उन्हें सम्मानित किया जाएगा। उक्त जानकारी देते हुये डा. शैलेन्द्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि इस आयोजन में देश के कई जाने माने साहित्यकारों और पत्रकारों ने भाग लेने की स्वीकृति दे दी है। उन्होंने साहित्य-प्रेमियों, प्रबुद्धजनों और पत्रकारों को इस समारोह में आमंत्रित किया है।
21 सित॰ 2009
प्रो. परमानन्द के काव्य जीवन पर विशेष चर्चा कल
गोरखपुर : महानगर एवं इस अंचल की साहित्यिक गतिविधियों को आवाज देने के उद्देश्य से दैनिक जागरण 23 सितम्बर से साहित्य से संवाद श्रृंखला की शुरुआत करने जा रहा है। इसके तहत गोरखपुर की धरती पर जन्मे, पले-बढ़े और इसे ही अपनी कर्मभूमि बनाकर साहित्य साधना में लीन व्यास और भारत भारती सम्मान से सम्मानित हिन्दी के सुप्रसिद्ध आलोचक एवं कवि प्रो. परमानन्द श्रीवास्तव पर विशेष आयोजन किया जा रहा है। 23 सितम्बर को अपराह्न दो बजे से होटल शिवाय के सभागार में प्रो. परमानन्द श्रीवास्तव की साहित्यिक उपलब्धियों और हिन्दी साहित्य में उनके योगदान पर देश के जाने माने साहित्यकार, आलोचक और पत्रकार चर्चा करेंगे। चर्चा शुरू होने से पूर्व प्रो. परमानन्द श्रीवास्तव अपनी पांच चुनिन्दा कविताओं का पाठ करेंगे। फिर कविता, आलोचना, कहानी और निबन्ध आदि में उनके योगदान पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। चर्चा के उपरान्त उन्हें सम्मानित किया जाएगा। उक्त जानकारी देते हुये डा. शैलेन्द्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि इस आयोजन में देश के कई जाने माने साहित्यकारों और पत्रकारों ने भाग लेने की स्वीकृति दे दी है। उन्होंने साहित्य-प्रेमियों, प्रबुद्धजनों और पत्रकारों को इस समारोह में आमंत्रित किया है।
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