12 मई 2009

बिजली के खंभे पर टूट गया राजबली का ख्वाब

आनंद राय गोरखपुर :
अपने कई साथियों की तरह ही संविदाकर्मी राजबली का ख्वाब बिजली के खंभे पर टूट गया। बिजली की गड़बड़ी ठीक करते समय राजबली ने अपनी जान गंवा दी। अफसोस दो दशक से अधिक समय तक सेवा करने के बाद भी राजबली परमानेंट नहीं हो सका। उसकी मौत पर विभागीय अधिकारियों ने अपनी संवेदना उसी तरह दिखायी जैसे किसी के डूबने के बाद सिसकियां लेती लहर पहंुची हो। ठीक दोपहर में जब लोग बाग गर्मी से बचने के लिए छांव तलाश रहे थे तब नगरीय विद्युत वितरण मण्डल प्रथम खण्ड के अधिशासी अभियंता दफ्तर से महज दो कदम दूरी पर संविदाकर्मी राजबली एक पोल पर चढ़ा हुआ था। बिजली की गडबडी ठीक करते समय अचानक हादसा हुआ और उसने अपनी जान गंवा दी। गुलरिहा थाना क्षेत्र के सियारामपुर टोला धर्मपुर निवासी राजबली ने बिजली विभाग में इतनी लम्बी सेवा दी लेकिन आखिरी समय में वह इस विभाग से बेगाने की तरह विदा हुआ। उसकी कोशिश नियमित स्टाफ बनने की थी लेकिन उसके बदले में मौत मिली। उसकी मौत पर मातमपुर्सी के लिए गये अभियंता संविदाकर्मियों के आक्रोश से बचने की जुगत में थे। आपस में जोड़ जुगाड़ कर उसके लिए बीस हजार रुपये जुटाये गये लेकिन यह मामूली रकम मंुह चिढ़ाने जैसी थी। अलबत्ता जिस पोल से गिरकर राजबली की मौत हुई उसी पोल पर टंगा रह गया उसका चप्पल पूरी व्यवस्था के खिलाफ आक्रोश का सबूत बन गया। राजबली विभाग में सबका प्यारा था। सोखा नाम से सुपरिचित इस शख्स के पास सभी बिगड़े हुये कामों को ठीक कर लेने की महारत थी। 2000 में जब मस्टरोल कर्मचारियों को नियमित करके झांसी भेजा गया तब पता नहीं किन वजहों से राजबली का नाम उस सूची में नहीं आ पाया। अब घर में उसके पीछे उसकी जिम्मेदारियां छूट गयी हैं। चार बेटे और एक बेटी को किसी तरह संभाल रहे मामूली खेती वाले इस मजदूर की तकदीर ने तो उसे हमेशा छला लेकिन आखिरी समय में भी विभाग से इस उपेक्षा की उम्मीद नहीं थी। पोल से गिरने के बाद कुछ लोग अस्पताल ले गये। जान नहीं बची। इस संवाददाता ने एक बजकर 55 मिनट पर अधिशासी अभियंता को फोन किया। तब तक किसी जिम्मेदार विभागीय अधिकारी की संवेदना नहीं जगी थी। यूनियन के कुछ लोग और कुछ विभागीय कर्मचारी उसकी मौत से आहत थे और तब मौके पर वही लोग उपस्थित थे। थोड़ी देर बाद जिला अस्पताल के मर्चरी में राजबली की लाश रख दी गयी। उसके परिजन वहां पहंुचे तो दिल दहला देने वाला दृश्य उपस्थित हो गया। तब तक अधिशासी अभियंता जयराम चौरसिया समेत कई लोग पहंुच गये थे। विद्युत मजदूर संगठन उत्तर प्रदेश के प्रांतीय उपाध्यक्ष के.पी. सिंह ने कहाकि अब संविदा कर्मियों की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने इस संवाददाता को बताया कि अफसरों की अनीति और लापरवाही से संविदा कर्मी दिनेश गौड़, फाजिलनगर के विजय बहादुर पाण्डेय, बृजमनगंज के पारस दुबे, लक्ष्मीपुर के कांता और टिल्लू भी बिजली के पोल और अव्यवस्था के शिकार हो चुके हैं। जांच के बाद ही होगा कोई निर्णय-मुख्य अभियंता गोरखपुर: संविदाकर्मी राजबली की मौत पर निजी स्तर पर चाहे जो कुछ मदद हुई हो लेकिन अधिकृत तौर पर कोई घोषणा नहीं हुई। इस संदर्भ में जब मुख्य अभियंता सुरेश राम से बातचीत की गयी तो उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच सुरक्षा निदेशालय को सौंप दी गयी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मुआवजा सम्बंधी कोई घोषणा की जा सकेगी। मांगे पूरी नहीं हुई तो मुख्य अभियंता का 19 को होगा घेराव गोरखपुर: विद्युत मजदूर संगठन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष आर.एस. राय ने कहा है कि यदि संविदाकर्मियों को नियमित नहीं किया गया तो आर पार की लड़ाई होगी। उन्होंने कहा कि मजदूरों के हितों के साथ खिलवाड़ करने वाले काकस को अब अधिक समय नहीं दिया जायेगा। इस बीच संविदाकर्मियों की एक आपात बैठक में चन्दि्रका प्रसाद भारती ने कहा कि यदि अविलम्ब राजबली के परिजनों को एक लाख का मुआवजा और पत्‍‌नी को नौकरी नहीं दी गयी तो 19 मई को मुख्य अभियंता का घेराव किया जायेगागड़बड़ी

कोई टिप्पणी नहीं:

..............................
Bookmark and Share