2 मई 2009

बिजली की बेहिसाब कटौती से उबल रहे लोग


आनंद राय, गोरखपुर

तापमान का पारा इतना चढ़ा है कि लोग उबल रहे हैं। उस पर बिजली की बेहिसाब कटौती ने नागरिकों को त्रस्त कर रखा है। सरकारी फरमान के हिसाब से बिजली नहीं मिल रही है। हाहाकार मचा है। लोग पावर कारपोरेशन के साथ साथ सरकार और जनप्रतिनिधियों को भी कोस रहे है। पिछले एक हफ्ते में गोरखपुर का अधिकतम तापमान 38 से 40 डिग्री तक रहा है। रात को भी गर्म हवा के झोंके चलते हैं। नींद ने अपना असर दिखाया तो बिजली उसकी दुश्मन बन गयी। हर साल गर्मी के महीने में बिजली की दगाबाजी बढ़ जाती है। पिछले हफ्ते मुख्य अभियंता सुरेश राम ने 19 घण्टे बिजली देने का भरोसा दिलाया लेकिन यह भरोसा कायम नहीं रहा। बरहुआ से आपूर्ति ठीक रही। मिनिमम 17.30 घण्टे से लेकर अधिकतम 19 घण्टे तक की आपूर्ति रही लेकिन उपभोक्ताओं के हिस्से कभी 15 तो कभी 16 घण्टे ही बिजली मिली। वितरण के अभियंता भी कहते हैं कि लोकल फाल्ट ने उपभोक्ताओं का सुख चैन छीन लिया। एक तरफ तापमान बढ़ा है और दूसरी तरफ आपूर्ति कम हो गयी है। सियासी पेंच ने भी दुश्वारी बढ़ायी है। जैसे जैसे चुनाव का चरण खिसक रहा है आपूर्ति की रफ्तार भी वैसे वैसे खिसक रही है। विभाग के लोग भी कहते हैं जब तक चुनाव का आखिरी चरण पूरा नहीं होगा तब तक आपूर्ति ठीक नहीं होगी। ट्रांसमिशन के एक्शियन तुलसी राम का दावा हैं कि आपूर्ति तो शासन की मंशा के सापेक्ष हो रही है। उप खण्ड अधिकारी ए.के. सिंह कहते हैं कि हर पल आपूर्ति बेहतर करने की कोशिश हुई और लोकल फाल्ट दूर किये गये हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य के.सी. पाण्डेय ने चेतावनी दी है कि यदि बिजली कटौती बंद नहीं हुई तो सपा कार्यकर्ता विद्युत विभाग के खिलाफ हल्ला बोलेंगे।

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