आनंद राय , गोरखपुर :
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में इस बार नामांकन के लिए विशेष अभियान चलेगा। मोटिवेशन कैम्प आयोजित कर स्कूल जाने से वंचित बेटियों को प्रेरित किया जायेगा। खासतौर पर उन बालिकाओं पर विशेष जोर होगा जो किन्हीं खास परिस्थितियों से प्रभावित हैं। कोशिश यह रहेगी कि अब अनाथ बेटियां अनपढ़ न रहें। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2009-10 के लिए तैयारी शुरू हो गयी है। सर्व शिक्षा अभियान की राज्य परियोजना निदेशक वीना ने इसके लिए गोरखपुर-बस्ती मण्डल के डायट प्राचार्यो और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को खास हिदायत दी है। दोनों मण्डलों में कुल 55 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय हैं। इस शैक्षिक सत्र में दस साल से ऊपर की आउट आफ स्कूल बालिकाओं को नि:शुल्क आवासीय शिक्षा उपलब्ध करायी जायेगी। पहले भी यही व्यवस्था लागू थी लेकिन इस बार चयन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में उसी विकास खण्ड की बालिकाओं को प्रवेश मिलेगा जहां महिला साक्षरता दर से कम तथा जेण्डर गैप राष्ट्रीय औसत से अधिक है। आउट स्कूल बालिका जो कभी स्कूल नहीं गयी, उसे विशेष प्राथमिकता दी जायेगी। इन बालिकाओं को विशेष अभियान के तहत चिन्हित किया जायेगा। इसके लिए ब्लाक स्तर पर बैठकें होगी और कहीं भी कागजी खानापूर्ति नहीं चलेगी। इस बैठक में चिन्हित की गयी बालिकाओं की सूची दी जायेगी और उनके घर जाकर माता पिता को कस्तूरबा विद्यालय की योजनाओं की जानकारी देकर नामांकन के लिए अनुरोध किया जायेगा। बीआरसी भवन में आउट आफ स्कूल बालिकाओं तथा उनके अभिभावकों के लिए मोटिवेशन कैम्प आयोजित किया जायेगा। मिली जानकारी के मुताबिक इस कैम्प में समूह बनाकर चर्चा की जायेगी और इसमें महिला अभिभावकों, अभिभावकों और बालिकाओं का पृथक समूह बनाया जायेगा। कैम्प में प्रेरक प्रसंगों, संदर्भो और मीना फिल्मों का प्रदर्शन होगा। बालिकाओं को पढ़ाने के महत्व पर भी चर्चा होगी। यह कैम्प 29 जून को आयोजित होगा। इसके पहले सभी आवश्यक तैयारी पूरी कर ली जायेगी। ध्यान रहे कि सर्व शिक्षा अभियान की यह प्राथमिकता है कि ड्राप आउट बालिकाओं की संख्या अधिक होने पर घुमंतू परिवार की लड़कियों, अनाथ लड़कियों, कामकाजी लड़कियों और एकल अभिभावक बालिकाओं को प्राथमिकता दी जायेगी। अल्पसंख्यक इलाकों में भी विशेष नजर रखने का निर्देश दिया गया है।
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