17 मई 2009

अकेले पड़ गए केन्द्रीय मंत्री महावीर प्रसाद


आनंद राय , गोरखपुर :

शनिवार को गोरखपुर की महेवा मण्डी सियासी उतार चढ़ाव का पैमाना बन गयी। भारत सरकार के केन्द्रीय मंत्री और बांसगांव संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार महावीर प्रसाद की सियासी तकदीर इसी मण्डी के एक पण्डाल में दरक रही थी। यद्यपि इस पण्डाल में संसदीय क्षेत्र के सिर्फ तीन विधानसभा क्षेत्रों की ही मतगणना हो रही थी लेकिन दो अन्य विधानसभा क्षेत्रों के परिणाम भी संचार माध्यमों से पहंुच रहे थे। यह पण्डाल भाजपा के युवा प्रत्याशी कमलेश पासवान की तकदीर के उत्कर्ष का गवाह बना हुआ था। इसी पण्डाल में बहुतों की दम तोड़ती उम्मीदें साफ दिख रही थीं। बांसगांव संसदीय क्षेत्र का यह पण्डाल बदलते हुये राजनीतिक नतीजे का गवाह था। पिछली बार चुनाव में कांग्रेस के महावीर प्रसाद ने बसपा उम्मीदवार सदल प्रसाद को हराकर जीत हासिल की। इस बार विजय का सेहरा भाजपा उम्मीदवार कमलेश पासवान के माथे बांधा गया। इस बार भी बसपा दूसरे नम्बर पर थी और उसके उम्मीदवार श्रीनाथ एडवोकेट आखिरी सांस तक लड़े। कांग्रेस और सपा की जमीन दरक गयी। चुनाव तक केन्द्रीय मंत्री महावीर प्रसाद की वजह से बांसगांव संसदीय क्षेत्र पर लोगों की निगाह थी लेकिन शनिवार को निगाहों के केन्द्र में कमलेश पासवान आ गये। सुबह ही मतगणना के समय महावीर प्रसाद पण्डाल में आये थे लेकिन रुझान देखकर थके मन से वापस लौट गये। इस संसदीय क्षेत्र में गोरखपुर जिले की बांसगांव, चौरीचौरा और चिल्लूपार विधानसभा सीटें शामिल हैं जबकि देवरिया जिले की रुद्रपुर और बरहज को भी परिसीमन में लिया गया है। इन पांचों सीटों पर कमलेश के बेहतर प्रदर्शन ने बाकी लोगों की उम्मीदों को धराशायी कर दिया। पण्डाल में भाजपा की ओर से जिलाध्यक्ष मार्कण्डेय राय मोर्चा संभाले थे। भाजपा के पक्ष में मतों की बढ़त उनके दर्प को बढ़ा रही थी। भाजपाईयों की खुशी और रौनक देखने लायक थी। कमलेश पासवान सुबह एक चक्र घूमकर देवरिया चले गये थे लेकिन दोपहर बाद लौटे तो फिर यहीं जम गये। दोपहर को ही कमलेश पासवान की मां और पूर्व सांसद सुभावती पासवान भी यहां आयी। बेटे की जीत की खुशी ने उन्हें भावविह्वल कर दिया।

कोई टिप्पणी नहीं:

..............................
Bookmark and Share